भोपाल और उसके आसपासनए बाघों का मूवमेंट लगतार बना हुआ है। इसी बीच बाघ टी-3 ने भी दस्तक दी है। बाघ टी-3 का मूवमेंट 2 साल बाद हुअा है। दाे साल पहले नई टेरेटरीज की तलाश में अाए दाे बाघाें की पहचान के लिए टी-3 अाैर टी-4 का नाम दिया था। उसके बाद ये बाघ रातापानी सेंचुरी लाैट गए थे।
आसान शिकार की तलाश
- ये बाघ रातापानी सेंचुरी से अासान शिकार की तलाश में यहां पहुंच रहे हैं। भाेपाल अाैर सीहाेर वन मंडल में घूम रहे बाघ केवल मवेशियाें का शिकार कर रहे हंै। टी-3 ने भी हाल ही में एक गाय का शिकार किया है।
- 5 नए बाघ... भाेपाल अाैर सीहाेर डिवीजन में नए बाघाें ने दस्तक दे दी है। यहां पर पांच नए बाघाें काे मूवमेंट है। इन बाघों के पगमार्क स्थानीय बाघों के पगमार्क से नहीं मिल रहे हैं। और न ही इनका नामकरण हुआ है।
- दो शावकों का भी मूवमेंट... वन अमले का कहना है कि मिंडाेरा के जंगल में दाे शावकों का भी मूवमेंट है। ये शावक किस बाघिन के हैं, इसका पता नहीं चला है। पगमार्क लेकर ट्रेस किए जा रहे हंै।